Saturday, April 12, 2014

हो के परेशान सभी खोजें हैं विमान....

खोये हुए विमान एम.एच ३७० पर किया गया व्यंग्य (निवेदन है की मेरी सहानुभूति खोये हुए लोगों के परिवारों के साथ है, यह व्यंग्य केवल पूरी दुनिया की उस हाई टेक्नोलॉजी पर है जिसमें वो करोड़ों प्रकाशवर्ष दूर के तारे खोज लेते हैं लेकिन धरती पर खोया विमान नहीं खोज सके.....

हो के परेशान सभी खोजें हैं विमान के विमान का निशान भी किसी को नहीं मिलता, 
धन्य हैं वे कौवे जो चुरा ले गए कान के चुराया हुआ कान भी किसी को नहीं मिलता,
विनती है चोर भाई रख लो विमान, और यात्रियों के बदले में नेतागण मांग लो,
नीचता का जिनकी नहीं है कोई सानी, भ्रष्टाचार का प्रमाण भी किसी को नहीं मिलता....!!

No comments:

Post a Comment