Saturday, February 11, 2012

तुम मेरे सामने नहीं आना...


तुम  मेरे  सामने  नहीं  आना,

मैं लूँगा फिर वही डगर कुछ दिन 
याद आएगी जो अगर कुछ दिन 
ध्यान रखना तुम्ही मगर कुछ दिन 

तुम  मेरे  सामने  नहीं  आना ,

मैं सदा दे के बुलाऊंगा तुम्हें 
कुछ और रातें रुलाऊंगा तुम्हें,
मिल गयी गर तो मनाऊंगा तुम्हें,

तुम  मेरे  सामने  नहीं  आना ,

लोग हँसते रहेंगे कुछ दिन तो 
दोस्त ताने भी देंगे कुछ दिन तो 
दर्द सहने पड़ेंगे कुछ दिन तो 

तुम  मेरे  सामने  नहीं  आना ,

अपना बस एक किनारा होगा , 
अब तगहफुल ही सहारा होगा ,
मुझपे एहसान तुम्हारा होगा ,

तुम  मेरे  सामने  नहीं  आना 

रही अब ज़िन्दगी कम है मेरी ,
आँख हर वक़्त ये नम है मेरी ,
पर मेरी जान ,कसम है मेरी ,

तुम  मेरे  सामने  नहीं  आना !!!!!!!!!!

6 comments:

  1. Super liked it Rahul!!!!!!!!....... :)

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  2. Ek ek line dil ko chhu k nikl rehi hai jase . Bohat bohat khub hai.carry on......

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  3. Ek ek line dil ko chhu k nikl rehi hai jase . Bohat bohat khub hai.carry on......

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