तुम मेरे सामने नहीं आना,
मैं लूँगा फिर वही डगर कुछ दिन
याद आएगी जो अगर कुछ दिन
ध्यान रखना तुम्ही मगर कुछ दिन
तुम मेरे सामने नहीं आना ,
मैं सदा दे के बुलाऊंगा तुम्हें
कुछ और रातें रुलाऊंगा तुम्हें,
मिल गयी गर तो मनाऊंगा तुम्हें,
तुम मेरे सामने नहीं आना ,
लोग हँसते रहेंगे कुछ दिन तो
दोस्त ताने भी देंगे कुछ दिन तो
दर्द सहने पड़ेंगे कुछ दिन तो
तुम मेरे सामने नहीं आना ,
अपना बस एक किनारा होगा ,
अब तगहफुल ही सहारा होगा ,
मुझपे एहसान तुम्हारा होगा ,
तुम मेरे सामने नहीं आना
रही अब ज़िन्दगी कम है मेरी ,
आँख हर वक़्त ये नम है मेरी ,
पर मेरी जान ,कसम है मेरी ,
तुम मेरे सामने नहीं आना !!!!!!!!!!

Awesome ! Bohot khoob !
ReplyDeleteaapko hazaron shukriya mohratma.... :*
DeleteSuper liked it Rahul!!!!!!!!....... :)
ReplyDeletethank you Ragini :)
DeleteEk ek line dil ko chhu k nikl rehi hai jase . Bohat bohat khub hai.carry on......
ReplyDeleteEk ek line dil ko chhu k nikl rehi hai jase . Bohat bohat khub hai.carry on......
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