"बड़ी महंगाई है भाई, यही दस ठो साड़ी लेने में कलेजा मुंह को आ रहा था. पता नहीं इतना लूट कर ये दुकानदार कहाँ भरेंगे? अभी तो आधी से ज्यादा खरीदारी बाकी है....राम ही भला करेंगे." मिसेज वर्मा बेटे की शादी की शौपिंग करके लौटी थी.
"अरि भगवान, होने वाले समधी जी ने वादा तो किया है कि आठ लाख तक की व्यवस्था तिलक से पहले कर देंगे, तब वसूल लेना अपना पूरा खर्चा" वर्मा जी पानी लाते हुए बोले.
"अजी रहने दो, पता नहीं कौन से भूखे लोगों के घर ब्याह कर रहे हो तुम. पहले ही साफ़ कह दिया था की हमारे लल्ला को पंद्रह लाख तक के ऑफर आये थे. शादी के कार्ड छपने के बाद ऐसी धोखाधड़ी कर रहे हैं, जाने आगे क्या क्या......"
मिसेज वर्मा चारों और अपने आपको ही लूटे जाने की शिकायत कर रही थी.
"अरि भगवान, होने वाले समधी जी ने वादा तो किया है कि आठ लाख तक की व्यवस्था तिलक से पहले कर देंगे, तब वसूल लेना अपना पूरा खर्चा" वर्मा जी पानी लाते हुए बोले.
"अजी रहने दो, पता नहीं कौन से भूखे लोगों के घर ब्याह कर रहे हो तुम. पहले ही साफ़ कह दिया था की हमारे लल्ला को पंद्रह लाख तक के ऑफर आये थे. शादी के कार्ड छपने के बाद ऐसी धोखाधड़ी कर रहे हैं, जाने आगे क्या क्या......"
मिसेज वर्मा चारों और अपने आपको ही लूटे जाने की शिकायत कर रही थी.
वाह भाई जी
ReplyDeleteबहुत सही ब्यंग...