Tuesday, September 10, 2013

क्यों चांस लेना?

                                       क्यों चांस लेना? 

"किस ने छेड़ने की कोशिश की आपको बेटा, घबराओ मत, बताओ, पुलिस आपके साथ है" युवती को चुन्नी देते हुए पुलिस वाले अंकल ने हमदर्दी से पूछा. "वो जो हरी शर्ट में हैं, जिसे सब ने पकड़ा हुआ था उसने मेरी चुन्नी खींच कर खम्बे पर फेंक दी थी" सहमी हुई लड़की ने हौले से कहा.

"ले चल साले को, अभी इसकी गर्मी निकालते हैं. अपने घर में बहन बेटी नहीं है क्या?" फिर पुलिस वाले ने लड़की से कहा "आप मम्मी पापा के साथ थाने पहुचो, हम इसको वहीँ ले जा रहे हैं"

थोड़ी देर बाद जब युवती थाने पहुची तो पुलिस वाले ने उसके सामने हरी शर्ट वाले को दो थप्पड़ लगाए और धमकाया "दुबारा ऐसी गलती की न, तो चमड़ी में भूसा भर दूंगा" 

फिर युवती के पिता को अकेले में बुला कर समझाया "देखिये, लड़का अच्छे घर का है, ऐसी गलतियाँ हो जाती हैं, बहुत रो रहा था, शर्मिंदा है, फिर बिटिया की भी तो बदनामी होगी, कल को रंजिश में तेज़ाब भी फेंक सकता है, क्यों चांस लेना?"

युवती का पिता पुलिस वाले की जेब और हरी शर्ट वाले का मुस्कुराता हुआ चेहरा देख रहा था.

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